नागरिकता (संशोधन) विधेयक- भाजपा द्विराष्ट्र के सिद्धांत को जिंदा कर रही है: येचुरी

नई दिल्ली (ईएमएस)। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के  महासचिव सीताराम येचुरी ने बुधवार को आरोप लगाया कि संसद में नागरिकता (संशोधन) विधेयक के पारित होने के साथ ही भाजपा अब सावरकर और जिन्ना द्वारा प्रचारित द्विराष्ट्र के सिद्धांत को फिर से जिंदा करने की कोशिश कर रही है। गौरतलब है कि राज्यसभा ने बुधवार को नागरिकता संशोधन विधेयक को मंजूरी दे दी। इससे पहले विधेयक को सोमवार को लोकसभा की मंजूरी मिल चुकी थी। येचुरी ने ट्वीट किया, भारत का बंटवारा 1947 में हुआ था। हिंदू और मुस्लिम मातृभूमि, दोनों के प्रस्तावक एक ही घातक, विभाजनकारी, घृणित और भारतीय विरोधी प्रस्ताव के दो पक्ष थे।भारत ने द्विराष्ट्र के सिद्धांत को खारिज कर दिया। भाजपा कैब के जरिए इसे फिर जिंदा करने की कोशिश कर रही है।