दिल्ली\बेंगलुरु (ईएमएस)। केंद्रीय जांच ब्यूरो ने मानवाधिकार समूह एमनेस्टी इंटरनेशनल इंडिया ग्रुप के दिल्ली और बेंगलुरु स्थित दफ्तरों पर छापा मारा है। विदेशी सहायता नियमन अधिनियम के उल्लंघन को लेकर यह कार्रवाई की गई है। सीबीआई की कार्रवाई पर प्रतिक्रिया देते हुए एमनेस्टी इंटरनेशनल ने बयान जारी कर कहा है कि वह भारतीय और अंतरराष्ट्रीय कानूनों का पूरी तरह पालन करती है। उसने यह भी आरोप लगाया कि यह कार्रवाई उसे परेशान करने के लिए की गई है।
मानवाधिकार निगरानी संस्था ने एक बयान में कहा, 'पिछले एक वर्ष के दौरान उत्पीड़न का एक स्वरूप उभरा है, जब भी एमनेस्टी इंडिया भारत में मानवाधिकार उल्लंघनों के खिलाफ खड़ा हुआ है और बोला है।' उसने कहा कि वह भारतीय और अंतरराष्ट्रीय कानून का पूर्ण पालन करता है। भारत में और अन्य स्थान पर हमारा काम सार्वभौमिक मानवाधिकार को बरकरार रखना और उसके लिए संघर्ष करना है। उसने कहा कि ये कुछ ऐसे मूल्य हैं जो कि भारतीय संविधान में निहित हैं और बहुलवाद, सहिष्णुता और असहमति की एक लंबी और समृद्ध भारतीय परंपरा से प्रवाहित होते हैं।
ज्ञात रहे कि इससे पहले भी बीते साल अक्टूबर महीने में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बेंगलुरु स्थित एमनेस्टी इंटरनेशनल के कार्यालय पर छापेमारी की थी। ईडी ने एमनेस्टी इंटरनेशनल इंडिया के खिलाफ विदेशी मुद्रा विनिमय के धोखाधड़ी के एक मामले में उसके दो ठिकानों पर तलाशी ली थी। अधिकारियों ने कहा था कि विदेश मुद्रा विनिमय प्रबंधन अधिनियम (फेमा) के तहत केंद्रीय जांच एजेंसी ने दस्तावेजों की तलाशी ली।
एमनेस्टी इंटरनेशनल इंडिया के दफ्तरों पर सीबीआई की रेड